Dark Romance: The way of love
पढ़िए क्या होता है चित्रा के साथ जब उसकी सगाई के तीन दिन बाद ही उसके मंगेतर के हाथ लग जातीं हैं चित्रा के कमरे में रखी हुई Dark romance पर बेस्ड कुछ किताबें …..
मम्मी….. मम्मी…..! कहाँ हो आप ? चित्रा गुस्से में धड़धड़ाती हुई सीढ़ियों से उतरकर बरामदे की तरफ बढ़ गयी।
मम्मी ये क्या किया आपने , मैंने मना किया था न आपसे ?
क्या किया मैंने भई , जरा मुझे भी तो पता चले ? उसकी मम्मी पेड़ो से खराब पत्तियाँ तोड़ते हुए बोली।
कैसे मम्मी…कैसे इतनी भोली बन लेती हो आप ? वो अपनी मम्मी के पीछे जाकर खड़ी हो गयी।
इसमें बनना क्या मैं हूँ ही इतनी भोली।
मम्मी मजाक नहीं मैं सच में बहुत गुस्सा हूँ ।
हाँ वही तो पूछ रही हूँ की क्यों गुस्सा है मेरी लाडली आखिर किस चीज की कमी रह गयी तेरी सगाई में जो तु गुस्सा निकाल रही है मुझपर ? देख भाई मैंने और तेरे पापा ने तो कोई कसर नहीं छोड़ी थी अपनी तरफ से तु ही बोल दे …. अच्छा कहीं तेरी होने वाली सास ने तो कोई कमी नहीं निकाल दी ? नहीं वो निकाल भी सकती है देखा नहीं था मैंने सगाई वाले दिन कैसे मुँह बनाकर इधर उधर घूम रही थी ऐसा लग रहा था कि खुश होना तो आता ही नहीं उस औरत को…..
म…..म्म…म्मी । चित्रा ने चीखते हुए पूछा, आपने मेरी सारी बुक्स उठाकर कहाँ रख दी है मैं उनके बारे में पूछ रही हूँ ।
कौन किताबें? अच्छा वो हवाई बातों वाली ? वो खिलखिला के हँसी और बोलीं ,”नहीं मिल रही तेरी वो किताबें क्या ?अच्छा ही हुआ नहीं मिल रही तेरा दिमाग़ खराब हो रहा था उन्हें पढ़ पढ़ कर।
आपने उन्हें कहाँ रखा है अगर ये नहीं बताया तो फिर मैं आपके हसबैंड से शिकायत कर दूंगी जाकर कि उनकी वाइफ मेरी पर्सनल लाइफ में दखलंदाज़ी कर रही है।
जा … जा बोल दे जाकर ,जब मैंने रखी ही नहीं हैं तो मैं क्यों हाँ कहूँ ।
आपने सच में नहीं रखी हैं । अचानक से चित्रा के माथे पर पसीना बह आया , और दिल इतनी तेजी से धड़का की कोई दूर से देखके ही उसकी हार्ट बीट बता दे की कितनी थी।
नहीं भाई मैंने नहीं रखी वैसे भी इस उम्र में ऐसी किताबें रख कर मुझे मिलने ही क्या वाला है।
तो फिर वो किताबें गयी कहाँ मैंने तो पूरा कमरा भी देख लिया ।
कहीं वो किताबें तेरे ससुराल वालों में से किसी को ना मिल गयी हो, तब तो तेरी लग गयी बेटा। चित्रा की मम्मी हँसते हुए वही नीचे बैठ गयी । जा बेटा तुझे श्राप लगा है मेरा, जब मैं तुझे How to cook ? समझा रही थी उस वक्त जो तू How to romance ? सीखा करती थी उसी का फल मिला है तुझे। तेरी सगाई वाले दिन तो मैंने तेरे कमरे से तेरी ननद को बड़ी तेजी से निकलते भी देखा था।
मम्मा…. अब बस ना । चित्रा वहीं अपनी मम्मी के घुटनों पर हाथ रख के बैठ गयी। मुझे मालूम है आपने ही रखी है वो किताबें बस मुझे डराने के लिए, सबक सिखाने के लिए, ऐसा बोल रही हैं , हैं ना मम्मी।
बेटा अगर मैंने रखी होती तो तुझे ऐसे परेशान करती और कौन सा सबक सिखाने के लिए करती! अपनी इच्छाओं को एक्सप्लोर करना , मुझे ये चाहिए या नहीं ऐसे चाहिए या नहीं इसमें तो कोई सबक सिखाने वाली बात नहीं है ।
मम्मी तो क्या सच में वो गौरव की सिस्टर को मिल गयी होंगी पता नहीं वो लोग क्या सोचेंगे मेरे बारे में । चित्रा का चेहरा डर से पीला हो गया।
देख वो लोग क्या सोचतें हैं क्या नहीं तुझे इसपर टेंशन लेने की कोई जरूरत बहुत नहीं हैं अगर कुछ पूछेंगे या कहेंगे तो मैं और तेरे पापा देख लेंगे। तू बस अपना ध्यान रख और जरा गौरव को देख लेना अगर कुछ पूछे या कहें तो बिल्कुल साफ जवाब दे देना कोई डरने की बात है क्या । Dark romance की बुक्स पढ़ना कोई क्राइम नहीं होता , ये भी कुछ चीजें हैं जो इंसान को सीखनी चाहिए।
मम्मी ये आप कह रहे हो?
हाँ जानती हूँ तुझे अजीब लग रहा है लेकिन मैं तुझे उन किताबों को पढ़ने से इसलिए रोकती थी कि आजकल की लड़कियां कहानी और हकीकत समझने में भूल कर जाती हैं। जैसा उन्होंने फिक्शनल कैरेक्टर देखा वैसी ही इमेजिनेशन शुरु कर देती हैं । भूल जातीं हैं की उनका पति कोई माफिया,कोई सीईओ या कोई बॉस नहीं हैं एक सिम्पल इंसान है और जो सिम्पल चीजें ही करेगा वो भी सिम्पल तरीके से ही।
फिर इन सब का असर उनकी मैरिज पर पड़ने लगता है वो खुलकर बोल नहीं पातीं कि उन्हें क्या चाहिए पति उनके इशारे समझ नहीं पता फिर दिक्क़तें शुरु हो जातीं हैं । इसीलिए कहती थी कि ना पढ़ा कर इन्हें इनसे एक्सपेक्टेशन्स हाई हो जाती है और रिजल्ट में मिलता उसका उल्टा ही है । अब देख तेरी रुबीना जिसने तुझे ये सब Dark romance वगैरह पढ़ने की लत लगवाई क्या मिला उसे ? एक बच्चे को गोद में लेकर चली गयी अपने मायके । वजह चाहे जो भी रही हो लेकिन बात ये भी तो चुभी होगी थोड़ी बहुत ।
म…मम्मी सॉरी यार । उसने अपना सिर अपनी मम्मी की गोद मे घुसा दिया।
अरे ये क्या पागलपन है लड़की। अभी मिट्टी लग जाएगी। चल जा अंदर मैं भी आती हूँ दोनों साथ में मिलकर एक और बार देखेंगे शायद साफ सफाई में कहीं रख दी गयीं हो ।
आज इस घर की हालत देख कर कोई कह ही नहीं सकता कि आज से ठीक तीन दिन पहले ये घर दुल्हन की तरह सजाया गया था। घर के सभी कमरों का समान बिखरा हुआ था , फर्नीचर अपनी जगह से खिसका पड़ा था। चित्रा और मम्मी तो ठीक ठाक ही लग रही थी देखने में लेकिन कुणाल बिल्कुल भूत बन चुका था। चित्र और उसकी माँ का तो समझ आ रहा था लेकिन कुणाल का “दीदी की किताब ढूंढ़नी है ” वाला एक्साइटमेंट समझ से थोड़ा बाहर था । शायद उसके मन में भी Dark romance ने कोई जिज्ञासा पैदा कर दी थी।
शाम को जब बिस्तर पर लेटने के बाद उसने अपने फोन पर गौरव की चार मिस्ड कॉल्स देखी तो उसे एकदम से और डर बन गया। वो कॉल करे या नहीं इसी टेंशन में फोन इधर उधर पलट रही थी कि फिर से गौरव का नाम स्क्रीन पर चमकने लगा। आखिर उसने हिम्मत करके कॉल उठा ही ली।
क्या हुआ बहुत बिजी हैं आप ?
नहीं ऐसी कोई बात नहीं थोड़ा घर का काम करवा रही थी तो टाइम ही नहीं मिला आपसे बात करने का ।
क्या हुआ आपकी आवाज इतनी थकी थकी क्यों लग रही है ।
नहीं बस काम करते-करते थकान आ गयी है ,आप बताओ आप क्या कर रहे हो।
मैं क्या कर रहा हूँ हॉलीवुड की कुछ मूवीज की लिस्ट बना रहा था और क्या?
जी..? चित्रा ने चौकतें हुए कहा।
क्या हुआ भाई किसी और के साथ नहीं तुम्हारे साथ ही देखने के लिए बना रहा था तुम तो फिर शक करने लगती हो।
चित्रा तुरंत उठकर बैठ गयी ।
तुम कुछ नाम सजेस्ट करना चाहोगी।
ये आप ऐसे क्यों बात कर रहें हो मुझसे रेगुलर , घर के काम ऑफिस पढ़ाई ये सब बातें कीजिये।
क्यों. …… ऐसे बातें नहीं कर सकता क्या मैं , अच्छी नहीं लगती आपको क्या ?? गौरव ने इतने सलीके और इतनी नशीली आवाज़ में ये बात बोली की चित्रा को फोन कान से दूर करना पड़ गया।
हैलो. …. आप तो कोई जवाब ही नहीं दे रहीं हैं मुझे क्या हुआ ?
गौरव हम सुबह बात करतें हैं अभी मैं थक गयी हूँ ।
जैसी आपकी मर्जी स्वीटहार्ट लेकिन इतना तो सुन लीजिये कि सुबह से मैं आपको कॉल पे कॉल क्यों कर रहा था ।
क्यों कर रहें थें ?
वो इसीलिए क्योंकि जब दो बार में आपने कॉल नहीं उठाया मेरा तो मैंने अपने साले साहब को कॉल की तो पता चला की आप सर्चिंग अभियान में लगी हुई हैं कीन्ही किताबों के ।
किताबों का नाम सुनते ही चित्रा फिर परेशान हो उठी अब वो गौरव को क्या बताएं क्या किताबें थीं कैसी किताबें थी। गौरव…… उसकी सांस बिल्कुल गले में ही अटक गयी वो कुछ बताते-बताते रुक गयी ।
हूँ चित्रा. …! बोलो ।
कुछ नहीं एक लम्बी सांस लेते हुए उसने कहा।
अच्छा सुनो , सॉरी ।
किसलिए ?
मुझे बिना तुमसे पूछे तुम्हारी Dark romance वाली किताबें नहीं लेनी चाहिए थी। उसकी आवाज़ से लग रहा था की उसने बड़ी मुश्किल से अपनी हँसी रोकी हुई है।
क्या……? चित्रा की हालत बिल्कुल ‘काटो तो खून नहीं ‘ वाली हो गयी थी।
हाँ वो तुम्हारी चार-पांच किताबें थीं Dark romance पर बेस्ड। क्या-क्या नाम था हाँ My favorite girl , My handsome kidnapper, Does it hurt? ……
गौरव उधर किताबों के नाम ले रहा था और इधर चित्रा शर्म के मारे बिस्तर से लिपटी जा रही थी। जब उसका बहुत तेज तेज रोने का मन होने लगा तो उसने गौरव का फोन काट दिया। गौरव ने फिर से फोन मिलाया तो उठाया नहीं फिर से जब उसने कॉल नहीं उठायी ने गौरव ने एक प्यार भरी धमकी वाला MSG भेजा कि अगर उसने कॉल नहीं उठायी तो वो कुणाल को कॉल करके बात करवाने के लिए बोलेगा। बेचारी शर्म की मारी चित्रा ने कॉल उठा ली लेकिन एक भी शब्द बोलने की हिम्मत उसके अंदर नहीं थी।
जानती हो मैंने पुराने गाने याद करने से लेकर शेरो-शायरी भी सीख ली थी जोकि मुझे पता चला था कि तुम्हें काफी पसंद हैं और घर के काम काज भी सीख रहा था मम्मी से थोड़ा बहुत। लगता था कि सबकुछ सीख लिया हैं मैंने । पर नहीं उस दिन जब तुम्हारे कमरे में गया तब पता चला कि अभी तो बहुत कुछ सीखना बाकी था यार। बस वही सब चीजें सीखने के लिए मैंने चुपके से तुम्हारी ये Dark romance वाली किताबें अपने पास रख ली और मजे की बात ये है कि इन तीन दिनों में मैंने इन्हें पढ़ भी लिया हैं और इनमें से काट-छांट करके कुछ कॉमन सी ट्रिक्स …….. जो शायद तुम्हें बहुत अच्छी लगें. ………।
गौर…..व । बिस्तर में लगभल एक इंच से ज्यादा मुँह दबाये उसने अपनी काँपती और लड़खड़ाती आवाज़ में कहा।
चित्रा….! उधर से गौरव ने उतनी ही रुमानियत से जवाब दिया। वो जानता था की इस वक्त वो थोड़ा भी बोलने की हालत में नहीं थी । एक सीधी पढ़ी-लिखी शर्मीली लड़की कि जब कोई ऐसी चोरी पकड़ी जाएँ तो उसकी हालत समझने में किसी को खास दिक्कत नहीं होगी। इसीलिए उसने उसके बोलने का इंतजार ना कर खुद बोलना जारी रखा ।
देखो मुझे पता है तुम्हें बहुत शर्म आ रही है लेकिन सच बोलूँ तो मैंने तुम्हें जज नहीं किया । पहले लगता था कि तुम सही हो मेरे लिए लेकिन अब लगता है की तुम परफेक्ट हो मेरे लिए । मैं कोशिश करूंगा तुम्हारी एक्सपेक्टेशन पर खरा उतरने की । और हाँ एक चीज क्लियर करता चलूँ कि प्लीज मुझे प्लेबॉय मत समझ लेना । मैंने पहले ही बता दिया था तुमको कि मेरी दो गर्लफ्रेंड थीं पहले लेकिन मैनें उन्हें हाथ तक नहीं लगाया था।
ये जो रोमांस की बारीकियां सीख रहा हूँ वो भी तुम्हारे लिए ये Dark romance ये white romance जो कुछ भी है सब तुम्हारे लिए ।
गौरव… ये Dark romance books मेरी नहीं थीं, मेरी सहेली की थी उसने रखने के लिए…. मैंने पढ़ी नहीं……
Oh god तुम झूठ भी बोल लेती हो ..! खैर जाने दो मैं तो अब सब जान ही गया हूँ तुम्हारे बारे में तुम्हारी पसंद नपसंद से लेकर तुम्हारे secret Dark romance वाले dreams भी ।
उसके बाद गौरव खामोश हो कर चित्रा की साँसों की आवाज़ सुनने लगा। अचानक से पता नहीं किस खयाल या शरारत में उसने चित्रा से कहा ,” अच्छा एक बात पूछूँ जवाब दे पाओगी ?
थोड़ी देर तक कोई जवाब ना मिलने पर बोला , अच्छा तो मैं मान लेता हूँ कि तुम जवाब दोगी ऐसे ना सही मैसेज करके ही दे देना। बोलो अब पूछूँ?
पूछी…ये । चित्रा ने जैसे तैसे कहा।
ये जितना सब इसमें लिखा है और जैसा जैसा इसमें लिखा है तुम्हें क्या लगता है अगर उसका आधा भी मैं तुम्हारे साथ करूँ तो तुम बर्दाश कर पाओगी ? इतना पूछने के बाद गौरव बड़ी शरारत भरी मुस्कान के साथ चित्रा के जवाब का इंतजार करने लगा।
चित्रा क्या जवाब दे , खुद को कोसे अपनी किस्मत को या अपनी सगाई वाले दिन को । काश इससे ज्यादा अच्छा ये Dark romance वाली किताबें उसके सास ससुर के हाथों में लग जातीं । अगर सच में गौरव ने उसके साथ वो सबकुछ किया जैसे किताबों में कहानी का हीरो करता है तब ? नहीं नहीं ये सब पढ़ने लिखने में ही अच्छा लगता है जब खुद के साथ होता होगा तो बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता होगा ये बात कन्फर्म है लेकिन अब इसको क्या बोलूं। चित्रा अपने दोनों हाथों से अपने बाल नोंचने लगी ।
मुझे मालूम है कि तुम किस सोच में पड़ गयी हो लेकिन मैं बता दूँ मुझसे इतना ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि मैं वैसा ही करूंगा जैसा तुम चाहो हाँ अगर मान लो इमोशंस में मैं थोड़ा इधर उधर निकलने लगूँ तो तुम हार्डली नो बोल देना सॉफ्टली नहीं वरना मैं समझूंगा की ये सब सिर्फ शर्म दिखाने का तरीका है तुम्हारा।
एक और चीज देखो मैं इन सारी चीजों पर जो Dark romance में लिखी है उनपर तो खरा उतरने की कोशिश नहीं करूंगा लेकिन हाँ मैं इतना जरूर कह सकता हूँ कि. …….. मैं सुबह 5 बजे उठने वाली लड़की को दोपहर 2 बजे के बाद उठने का रीजन दे सकता हूँ और……. साथ ही सारा दिन बिस्तर से न उतरकर चल-फिर सकने का रीजन भी। ओके बाय मैं जा रहा हूँ तुम्हारी डार्क रोमांस सीरीज की पाँचवी किताब का आखिरी चैप्टर ख़त्म करने , और हाँ फोन पर न सही टेक्स्ट पर ही बता देना कि क्या तुम मेरे साथ Dark romance करना पसंद करोगी?
म….म……मम्मी …… गौरव की कॉल कटते ही चित्रा तकिये में मुँह छुपा कर जितनी तेज चीख सकती थी चीखी।
The end