इश्क़ का अंजाम पार्ट-24

                              इश्क़ का अंजाम पार्ट-24 मंजिल की आँख सुबह दस बजे खुली । उसने अपने आपको एक मुलायम से चादर में लिपटा हुआ पाया । आज वो सार्थक से दूर है किसी महफूज़ जगह पर एक गर्म मुलायम बिस्तर में । … Read more